Moon mission |
इस मिशन की सहायता से लगभग आधी सदी के बाद फिर से मनुष्य चांद पर जायेगा. दरअसल चंद्रमा पर भेजे गये पहले मनुष्य सहित मिशन का नाम अपोलो था. यूनानी पौराणिक कथाओं के अनुसार आर्टेमिस अपोलो की जुड़वां बहन थी.
मुख्य बिंदु
• आर्टेमिस (ARTEMIS) का पूरा नाम - Acceleration, Reconnection, Turbulence and Electrodynamics of the Moon’s Interaction with the Sun है.
• नासा 2020 में चन्द्रमा के लिए आर्टेमिस 1 मिशन भेजगा, इसमें अंतरिक्षयात्री नहीं होंगे.
• इसके बाद आर्टेमिस-2 मिशन भेजा जायेगा, यह 2022 में क्रू के साथ चन्द्रमा की परिक्रमा करेगा.
• तदोपरांत आर्टेमिस-3 मिशन भेजा जायेगा, इस मिशन के द्वारा 2024 में अंतरिक्षयात्रियों को चन्द्रमा पर भेजा जायेगा, इसमें महिला अंतरिक्षयात्री भी होंगी.
• यह तीनों मिशन सबसे बड़े रॉकेट स्पेस लांच सिस्टम द्वारा लॉन्च किये जायेंगे.
• यह सभी मिशन प्राइवेट कम्पनियों द्वारा लॉन्च किये जायेंगे. इसी क्रम में गेट-वे का पहला मॉडल तैयार करने के लिए निजी कंपनी मैक्सर का चयन किया गया है.
• पहले तीन मिशनों को अब तक के सबसे बड़े रॉकेट – बोइंग स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) द्वारा लॉन्च किया जायेगा.
नासा के बारे में जानकारीनैशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन संयुक्त राज्य अमेरिकी सरकार की शाखा है जो देश के सार्वजनिक अंतरिक्ष कार्यक्रमों व एरोनॉटिक्स व एरोस्पेस संशोधन के लिए उत्तरदायी है. इसका गठन 29 जुलाई, 1958 को किया गया था. नासा विश्व की अग्रणी अन्तरिक्ष एजेंसी है,
14 सितंबर 2011 को नासा ने घोषणा की कि उन्होंने एक नए स्पेस लॉन्च सिस्टम के डिज़ाइन का चुनाव किया है जिसके चलते संस्था के अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में और दूर तक सफर करने में सक्षम होंगे और अमेरिका द्वारा मानव अंतरिक्ष अन्वेषण में एक नया कदम साबित होंगे.
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