कुंडली गाजियाबाद-पलवल एक्सप्रेस वे


  •  27 मई, 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिष्ठित सड़क मार्ग परियोजना कुंडली-गाजियाबाद-पलवल एक्सप्रेस-वे (ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे) को राष्ट्र को समर्पित किया।
  •  इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई 135 किमी. है।
  •  दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ट्रैफिक का दबाव कम करने हेतु भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया गया है।
  • यह एक्सप्रेस-वे राष्ट्रीय राजमार्ग 1 और राष्ट्रीय राजमार्ग 2 को जोड़ता है।
  •  इस परियोजना की निर्माण लागत राशि लगभग 4617.87 करोड़ रुपए है।
  •  यह देश का पहला एक्सप्रेस-वे है जिस पर पूर्णतः (135 किमी. तक) सौर बिजली का उपयोग किया गया है।
  •  अंडरपासों को प्रकाशित करने, वाटर प्लांटों के लिए सौर पंपों के परिचालन हेतु इस एक्सप्रेस-वे पर 4000 किलोवॉट (4 मेगावॉट) की क्षमता के 8 सौर बिजली संयंत्र स्थापित किए गए हैं।
  •  इस एक्सप्रेस-वे पर प्रत्येक 500 मीटर पर वर्षा जल संचयन का भी प्रावधान किया गया है तथा पूरे मार्ग पर ड्रिप सिंचाई की भी व्यवस्था है।
  •  यह देश का पहला एक्सिस कंट्रोल हाईवे (वाहन जितना सफर करेंगे उतना ही टोल देना होगा) है।
  • इसी दिन प्रधानमंत्री ने इस एक्सप्रेस-वे के नंबर 5 पर सोनीपत जिले के सीमा में एनएचएआई द्वारा निर्मित डिजिटल आर्ट गैलरी का भी उद्घाटन किया।
  •  इस एक्सप्रेस वे पर भारतीय संस्कृति एवं विरासत को प्रदर्शित करती स्मारकों की 36 प्रतिकृतियां (इंडिया गेट, गेटवे ऑफ इंडिया, अशोक स्तंभ आदि) भी लगाई गई हैं।

प्रश्नोत्तर:
प्रश्न-हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिष्ठित सड़क मार्ग परियोजना कुंडली-गाजियाबाद-पलवल एक्सप्रेस वे (ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे) को राष्ट्र को समर्पित किया। इस परियोजना से संबंधित विकल्प में कौन-सा तथ्य सही नहीं है?
(a) यह देश का पहला एक्सिस कंट्रोल हाईवे है।
(b) इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई 13 किमी. है।
(c) इस परियोजना की निर्माण लागत राशि लगभग 4617.87 करोड़ रुपये है।
(d) यह देश का पहला एक्सप्रेस-वे है जिस पर पूर्णतः सौर बिजली का उपयोग किया गया है।
उत्तर-(b)
Previous
Next Post »