उन्होंने राज्य विधानसभा में 20 मार्च 2020 को होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने मध्य प्रदेश के राज्यपाल लाल जी टंडन को अपना इस्तीफा सौंपा।
कुछ दिन पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा 22 विधायकों को बाहर ले जाने के बाद
कमलनाथ सरकार संकट में आ गई थी। विधानसभा में बहुमत न होने के चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है।
कमलनाथ ने 2018 में हुए विधानसभा चुनाव जीतने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
कमलनाथ ने 2018 में हुए विधानसभा चुनाव जीतने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
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