भोपाल गैस त्रासदी की 35वीं बरसी, देश को याद आया वो भयानक मंजर


भोपाल गैस त्रासदी की 35वीं बरसी को पूरे देश में याद किया गया।

 यह विश्व की सबसे भीषणतम औद्योगिक त्रासदियों में से एक है, जिसमे 2 दिसंबर, 1984 की रात को हजारों लोगों की मृत्यु हो गई थी।

 यह त्रासदी यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड (UCIL) नामक एक कीटनाशक उत्पादन संयंत्र में रिसाव के कारण हुई थी।

मध्य प्रदेश सरकार के अनुमान के अनुसार, 1984 में 2 एवं 3 दिसंबर की रात को 40 टन घातक मिथाइल आइसोसाइनेट गैस का रिसाव हो गया था, जिसके कारण भोपाल और उसके आसपास के क्षेत्रो में गैस के प्रभाव से 3,787 लोगों मृत्यु हो गई थी। हालांकि, इस आई अन्य रिपोर्टों से पता चलता है कि वास्तव में मृत्यु का आकड़ा 16,000 और 30,000 के बीच कहीं भी हो सकता है, और घायलों की संख्या लगभग 500,000 के करीब।
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