रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) ने भारतीय वायु सेना को दूसरा हवाई चेतावनी विमान, नेत्रा सौंप दिया है।
नेत्रा, एक एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (AEWC) विमान है, यह हवाई, समुद्री सतह के लक्ष्यों की निगरानी, ट्रैकिंग, पहचान और वर्गीकरण के लिए उपयोगी है और आने वाली बैलिस्टिक मिसाइल खतरों का पता लगाने में भी उपयोगी है।
इस वर्ष फरवरी में भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए बालाकोट हवाई हमले के दौरान नेत्रा ने एक शानदार भूमिका निभाई थी। इसने पाकिस्तान में खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में आतंकी लॉन्च पैडों पर बमबारी करने वाले पांच मिराज विमानों को निगरानी और रडार कवरेज प्रदान की।
इस वर्ष फरवरी में भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए बालाकोट हवाई हमले के दौरान नेत्रा ने एक शानदार भूमिका निभाई थी। इसने पाकिस्तान में खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में आतंकी लॉन्च पैडों पर बमबारी करने वाले पांच मिराज विमानों को निगरानी और रडार कवरेज प्रदान की।
DRDO के अध्यक्ष: डॉ. जी. सतीश रेड्डी; मुख्यालय: नई दिल्ली; स्थापना: 1958
डीआरडीओ का आदर्श वाक्य: "बलस्य मूलं विज्ञानम्" है।
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