भारत की सामरिक परमाणु पनडुब्बी पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत ने 05 नवंबर 2018 को अपना पहला गश्ती अभियान सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया है.
परमाणु पनडुब्बी अरिहंत की विशेषताएं
परमाणु पनडुब्बी अरिहंत की विशेषताएं
- भारत, अमेरिका, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और चीन के बाद छठा ऐसा देश हो गया है, जिसने अपनी परमाणु पनडुब्बी बनाने में कामयाबी हासिल की है.
- अरिहंत का जलावतरण पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनकी पत्नी गुरशरण कौर द्वारा 26 जुलाई 2009 को जलावतरण किया गया. यह दिन इसलिए भी चुना गया क्योंकि यह कारगिल युद्ध में विजय की सालगिरह भी थी और इस दिन को कारगिल विजय दिवस या विजय दिवस) रूप में मनाया जाता है.
- इससे पानी के भीतर और पानी की सतह से परमाणु मिसाइल दागी जा सकती हैं. इससे पानी के अंदर से किसी विमान को भी निशाना बनाया जा सकता है
- छह हजार टन वजनी अरिहंत में 750 किलोमीटर से लेकर 3500 किलोमीटर तक की मारक क्षमता वाली मिसाइलें तैनात हैं.
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