लघु बचत योजनाओं पर सरकार द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि की घोषणा



विवरण:

  • 20 सितंबर, 2018 को भारत सरकार द्वारा कई लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों को बढ़ा दिया गया है।
  • चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर, 2018) के लिए इनमें वृद्धि की घोषणा की गई है।
  • वर्ष 2016 में भारत सरकार ने इन योजनाओं की ब्याज दरों को सरकारी बॉन्ड की यील्ड से जोड़ दिया था।
  • हाल ही में ब्याज दरों में की गई वृद्धि इन्हीं सरकारी बांडों की यील्ड के बढ़ने का प्रतिफल है।
  • ब्याज दरों में वृद्धि के बाद पी.पी.एफ. (पब्लिक प्रोविडेंट फंड), सीनियर सिटिजेन्स सेविंग्स स्कीम (SCSS) एवं सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) की ब्याज दरें बैंक के फिक्सड डिपोजिट (FD) के बराबर हो गई हैं।
  • सीनियर सिटिजेन्स सेविंग्स स्कीम (SCSS) पर सीनियर सिटिजेन को 8.7 प्रतिशत रिटर्न मिलेगा, जो पूर्व में 8.3 प्रतिशत था।
  • एक वर्षीय, द्विवर्षीय एवं त्रिवर्षीय सावधि जमा योजनाओं पर ब्याज दर को 30 आधार बिन्दुओं तक बढ़ा दिया गया है।
  • पांच वर्षीय सावधि जमा योजनाओं यथा-सुकन्या समृद्धि योजना, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) को 40 आधार बिंदुओं तक बढ़ा दिया गया है।
  • ध्यातव्य है कि सुकन्या समृद्धि खाता केवल 10 वर्ष से कम उम्र की बेटी के नाम पर खुलवाया जा सकता है।

प्रश्नोत्तर:

प्रश्न-निम्न कथनों पर विचार करें:-
(1) लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों में की गई वृद्धि 1 अक्टूबर, 2018 से प्रभावी होगी।
(2) पी.पी.एफ. एवं सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दरें क्रमशः 8 प्रतिशत तथा 8.5 प्रतिशत हो जाएंगी।
(3) सीनियर सिटिजेन्स सेविंग स्कीम पर सीनियर सिटिजेन को 8.7 प्रतिशत रिटर्न मिलेगा।
उपर्युक्त कथनों के आलोक में निम्न में कौन-सा/से सत्य है/हैं?

(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) केवल 3
(d) सभी 1, 2, 3

उत्तर-(d)
Previous
Next Post »