भारत का पहला आपदा जोखिम सूचकांक


  •  जून, 2018 में भारत का पहला आपदा जोखिम सूचकांक जारी किया गया।
  •  संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) के सहयोग से गृह मंत्रालय द्वारा तैयार सूचकांक अभी एक मसौदा रिपोर्ट (Draft Report) के रूप में है।
  •  जिसके अनुसार महाराष्ट्र भारत को सर्वाधिक भेद्य राज्य है।
  •  अर्थात् रैंकिंग (सूचकांक) में शीर्ष पर है।
  •  यह सूचकांक आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर सेनदाई फ्रेमवर्क (जिसने ह्योगो फ्रेमवर्क का स्थान लिया है) के प्रति भारत की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।
  • महाराष्ट्र के बाद सर्वाधिक आपदा जोखिम वाले राज्यों में पश्चिम बंगाल दूसरे, उत्तर प्रदेश तीसरे एवं मध्य प्रदेश चौथे स्थान पर है।
  •  जबकि केंद्र शासित प्रदेशों में दिल्ली सर्वाधिक आपदा जोखिम प्रवण है।
  • ध्यातव्य है कि सूचकांक देश के 640 जिलों के नुकसान मानचित्रण एवं सुभेद्यता पर आधारित है।
  •  इसमें आपदाओं के प्रति आबादी, पशु, कृषि एवं पर्यावरण को होने वाले नुकसानों के आधार पर रैंकिंग प्रदान की गई है।
  •  सूचकांक के अनुसार गुजरात, तमिलनाडु, असम, त्रिपुरा एवं हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों ने आपदाओं से सुरक्षा के लिए आधारिक संरचना में निवेश कर आपदा जोखिम से होने वाले नुकसान को कम करने में सफलता प्राप्त की है।
  •  जबकि जिला स्तर पर आपदा जोखिम के प्रति सर्वाधिक भेद्य (most vulnerable) जिला पश्चिम बंगाल का उत्तर 24 परगना है।
  • दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र का पुणे जिला, तीसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल का दक्षिण 24 परगना जिला, चौथे स्थान पर महाराष्ट्र का थाणे जिला एवं पांचवें स्थान पर पश्चिम बंगाल का हुगली जिला है।

प्रश्नोत्तर:
प्रश्न-हाल ही में जारी भारत के पहले ‘आपदा जोखिम सूचकांक’ में कौन-सा राज्य शीर्ष पर है?
(a) महाराष्ट्र
(b) तमिलनाडु
(c) उत्तर प्रदेश
(d) गुजरात
उत्तर-(a)
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