वर्ष 2020 के लिए भारत को 2 मिलियन मीट्रिक टन यूरल्स ग्रेड कच्चे तेल के आयात के लिए इंडियन ऑयल कॉर्प (IOC) और रूसी रोसनेफ्ट ने पहले अनुबंध पर हस्ताक्षर किए.
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता है, भारत अपनी तेल की जरूरत को पूरा करने के लिए विश्व स्तर पर 83% तेल का आयात करता है.
भारत को मध्य पूर्व तेल उत्पादक देशों से तेल आयात के लिए अपने स्रोतों को बढ़ाना होगा.
भारत ने अपने तेल के स्रोतों का विस्तार करने के लिए रणनीति बना रहा है जिसमें विविधीकरण (गैर-ओपेक देशों से कच्चा तेल आयात करना) और टर्म कॉन्ट्रैक्ट रणनीति का भाग हैं.
इंडियन ऑयल कॉर्प का मुख्यालय: नई दिल्ली, मुंबई (पंजीकृत कार्यालय)
इंडियन ऑयल कॉर्प की स्थापना: 1959
इंडियन ऑयल कॉर्प के अध्यक्ष: संजीव सिंह
भारत ने अपने तेल के स्रोतों का विस्तार करने के लिए रणनीति बना रहा है जिसमें विविधीकरण (गैर-ओपेक देशों से कच्चा तेल आयात करना) और टर्म कॉन्ट्रैक्ट रणनीति का भाग हैं.
इंडियन ऑयल कॉर्प का मुख्यालय: नई दिल्ली, मुंबई (पंजीकृत कार्यालय)
इंडियन ऑयल कॉर्प की स्थापना: 1959
इंडियन ऑयल कॉर्प के अध्यक्ष: संजीव सिंह
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