पवन ऊर्जा के क्षेत्र में चौथे स्थान पर भारत

Wind power

आर्थिक समीक्षा में कहा गया है, ‘अब विश्व स्तर पर भारत पवन ऊर्जा के क्षेत्र में चौथे, सौर ऊर्जा के क्षेत्र में पांचवें और नवीकरणीय ऊर्जा की समग्र स्थापित क्षमता के मामले में पांचवें पायदान पर पहुंच गया है.

आर्थिक समीक्षा में अनुमान लगाया गया है कि वर्ष 2022 तक नवीकरणीय ऊर्जा के संयंत्रों में अतिरिक्त निवेश आज के मूल्यों पर लगभग 80 अरब अमेरिकी डॉलर का होगा और वर्ष 2023 से लेकर वर्ष 2030 तक की अवधि के दौरान तकरीबन 250 अरब अमेरिकी डॉलर के निवेश की आवश्यकता होगी.

नवीकरणीय ऊर्जा की संचयी स्थापित क्षमता (25 मेगावाट से अधिक पनबिजली को छोड़कर) 31 मार्च, 2014 के 35 गीगावाट से दोगुनी से भी अधिक होकर 31 मार्च, 2019 तक 78 गीगावाट के स्तर पर पहुंच गई है. वर्ष 2022 तक 175 गीगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा आधारित विद्युत की स्थापित क्षमता हासिल करना है.
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