भोपाल मेट्रो रेल परियोजना

केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 3 अक्टूबर, 2018 को भोपाल मेट्रो रेल परियोजना को मंजूरी प्रदान की गई। इस
परियोजनान्तर्गत दो रेल गलियारे (कॉरिडोर) बनाएं जाएंगे जिसकी कुल लंबाई 27.87 किमी. होगी। पहला
गलियारा करोंद चौराहे से एम्स तक (14.99 किमी.) निर्मित किया जाएगा। दूसरा गलियारा भदभदा चौराहे से
रत्नागिरी तिराहे तक (12.88 किमी.) निर्मित किया जायेगा। परियोजना पूर्ण होने की अवधि 4 वर्ष है।
परियोजनान्तर्गत कुल 30 स्टेशन निर्मित किए जाएंगे जिसमें 16 स्टेशन पहले गलियारे में और 14 स्टेशन
दूसरे गलियारे में स्थित होंगे। इस परियोजना की अनुमानित लागत राशि 6941.40 करोड़ रुपये है।
परियोजना के क्रियान्वयन हेतु मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कंपनी लिमिटेड नाम से एक पृथक कंपनी का गठन किया
गया है। परियोजना हेतु वित्त पोषण केंद्र और मध्य प्रदेश सरकार द्वारा समान इक्विटी के आधार पर किया
जाएगा और आंशिक रूप से यूरोपीय निवेश बैंक (ईआइबी) से ऋण के रूप में होगा।

प्रश्नोत्तर:
प्रश्न-भोपाल मेट्रो रेल परियोजना के संबंध में विकल्प में कौन-सा तथ्य सही नहीं है?
(a) इस परियोजना को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 3 अक्टूबर, 2018 को मंजूरी प्रदान की गई।
(b) परियोजनान्तर्गत दो रेल गलियारे बनाएं जाएंगे जिसकी कुल लंबाई 27.87 किमी. होगी।
(c) परियोजना की अनुमानित लागत राशि 6,941.40 करोड़ रुपये होगी।
(d) परियोजना के पूर्ण होने की अवधि 5 वर्ष है।
उत्तर-(d)
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