भारत और बांग्लादेश के बीच जलमार्ग संपर्क बढ़ाने हेतु समझौतों पर हस्ताक्षर

22 जुलाई, 2017 को केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं जहाजरानी राज्यमंत्री मनसुख लाल मांडविया के अनुसार भारत सरकार और बांग्लादेश की सरकार ने ब्रह्मपुत्र नदी के उपयोग से दोनों देशों के बीच जलमार्गों की स्थापना हेतु समझौते पर हस्ताक्षर है।

भारत-बांग्लादेश समझौतों के मुख्य बिंदु
  •  दोनों देशों के मध्य हुए समझौते के तहत बांग्लादेश में चट्टोग्राम और मोन्गला गोदियों को भारत से आने वाले और भारत को भेजे जाने वाले सामान के आवागमन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.
  • इसके अलावा यात्रियों के आने-जाने और नौवहन सेवाओं के लिए भी एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) पर भी हस्ताक्षर किए गए.
  •  इस प्रक्रिया के लिए तटीय नौवहन मार्गों और अंतर्देशीय मार्गों को अंतिम रूप दे दिया गया है.
  •  नदी रास्ते नौवहन सेवाएं कोलकाता-ढाका-गुवाहाटी-जोरहट के बीच शुरू की जाएगी.
  •  आगामी 1 वर्ष के भीतर नए जलमार्ग में परिचालन शुरू होगा।
अन्य प्रमुख तथ्य
  •  भारत और बांग्लादेश के बीच 2990 किमी. भूमि सीमा और 1116 किमी. नदी की सीमा साझा है।
  •  इसके अलावा दोनों देशों ने ब्रह्मपुत्र सहित 54 आम नदियों की भी साझेदारी की है।
भारत-बांग्लादेश संबंध
भारत और बांग्लादेश दक्षिण एशियाई पड़ोसी देश हैं और आमतौर पर उन दोनों के बीच संबंध मैत्रीपूर्ण रहे हैं. बांग्लादेश की सीमा तीन ओर से भारत द्वारा ही आच्छादित है. ये दोनो देश सार्क, बिम्सटेक, हिंद महासागर तटीय क्षेत्रीय सहयोग संघ और राष्ट्रकुल के सदस्य हैं. विशेष रूप से, बांग्लादेश और पूर्व भारतीय राज्य जैसे पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा बंगाली भाषा बोलने वाले प्रांत हैं. बांग्लादेश का उदय 1971 के भारत पाक युद्ध के साथ हुआ. इससे पूर्व इस हिस्से को पूर्वी पाकिस्तान कहा जाता था तथा 1947 में भारत विभाजन के दौरान यह अस्तित्व में आया था. बांग्लादेश को स्वतंत्र कराने में भारत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

प्रश्नोत्तर:
प्रश्न- वर्ष 1972 से अब तक भारत और बांग्लादेश के बीच कितने अन्तरदेशीय जलमार्ग परिचालन में हैं?
(a) 5
(b) 4
(c) 7
(d) 2
उत्तर-(b)
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