29 जून, 2018 को नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने आकांक्षी जिलों की पहली डेल्टा रैंकिंग (वृद्धिशील
प्रगति) जारी की।
‘आंकाक्षी जिला कार्यक्रम’ के तहत जारी इस रैकिंग में 31 मार्च, 2018 और 31 मई, 2018 के बीच विभिन्न
जिलों द्वारा हासिल की गई वृद्धिपरक प्रगति को मापा गया है।
विभिन्न जिलों की रैंकिंग 49 महत्वपूर्ण प्रदर्शन संकेतकों के जरिए स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल
संसाधन, वित्तीय समावेश एवं कौशल विकास और मूलभूत बुनियादी ढांचे जैसे पैमानों पर पारदर्शी ढंग से की गई
है।
इन रैंकिंग्स को उस ‘चैंपियनशिप ऑफ चेंज डैशबोर्ड’ के जरिए सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध कराया गया है।
जिसमें जिला स्तर पर वास्तविक समय पर दर्ज कराए गए आंकडे शामिल हैं।
जिलों ने 1 अप्रैल, 2018 से चैंपियंस ऑफ चेंज डैशबोर्ड में डेटा दर्ज कराना शुरू किया और कुल 112 में से 108
जिलों ने इस रैंकिंग में भाग लिया।
शेष चार जिलों द्वारा भी डेटा प्रविष्टि भी प्रगति पर है, हालांकि वे इस रैंकिंग का हिस्सा नहीं हैं।
अधिकांशतः जिलों स्व-रिपोर्ट किए गए आंकड़ों के आधार पर आकांक्षी जिलों की अप्रैल और मई, 2018 के महीनों में बेहतर प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग जारी की गई है।
इस रैंकिंग में सार्वजनिक सुधार करने वाले जिलों (Most Improved Districts) में शीर्ष। जिले इस प्रकार हैं-
(i) दाहोद, गुजरात (19.8 अंक)
(ii) पश्चिमी सिक्किम, सिक्किम (18.9 अंक)
(iii) रामनाथापुरम, तमिलनाडु (17.7 अंक)
(iv) विजयनगरम, आंध्र प्रदेश (17.5 अंक)
(v) वाई.एस.आर, आंध्र प्रदेश (14.9 अंक)
(vi) बीजापुर, छत्तीसगढ़ (14.7 अंक)
(vii) वाशीम, महाराष्ट्र (13.8 अंक)
(viii) उधम सिंह नगर, उत्तराखंड (13.7 अंक)
(ix) कोरबा, छत्तीसगढ़ (13.6 अंक)
(x) विरुधुनगर (Virudhunagar), तमिलनाडु (13.1 अंक)
सबसे कम सुधार करने वाले (Least Improved Districts) 5 जिले इस प्रकार हैं-
(i) कुपवाड़ा, जम्मू-कश्मीर (0.5 अंक); (108 वां स्थान)
(ii) बेगुसराय, बिहार (0.8 अंक); (106वां स्थान)
(iii) रांची, झारखंड (1.2 अंक); (106 वां स्थान)
(iv) सिमडेगा, झारखंड (1.2 अंक); (105 वां स्थान)
(v) खगारिया, बिहार (1.4 अंक); (104 वां स्थान)
स्वास्थ्य एवं पोषण में सर्वाधिक सुधार करने वाला जिला रायचूर, कर्नाटक है। इसके पश्चात क्रमशः बीजापुर
(छत्तीसगढ़) और चित्रकूट (उ.प्र.) हैं।
स्वास्थ्य एवं पोषण में सबसे कम सुधार करने वाला जिला नबरंगपुर (उ.प्र.) है।
शिक्षा में सर्वाधिक सुधार करने वाले जिलों में विजयनगरम (आंध्र प्रदेश), दाहोद (गुजरात) और औरंगाबाद (बिहार) शामिल हैं।
जबकि शिक्षा में सबसे कम सुधार करने वाला जिला बलरामपुर (उ.प्र.) रहा।
कृषि में सर्वाधिक सुधार करने वाला जिला कालाहांडी तथा सबसे कम सुधार करने वाला जिला विरुधुनगर
(Virudhunagar) (तमिलनाडु) रहा।
वित्तीय समावेशन में सर्वाधिक सुधार करने वाला जिला नबारंगापुर (Nabarangapura) (ओडिशा) तथा सबसे कम
सुधार करने वाला जिला खूंटी (Khunti), झारखंड रहा।
कौशल विकास में सर्वाधिक सुधार करने वाला जिला उधम सिंह नगर तथा सबसे कम सुधार करने वाला जिला
कोरबा (छत्तीसगढ़) रहा।
मूलभूत बुनियादी ढांचा (Basic Infrastructure) में सर्वाधिक सुधार करने वाला जिला दाहोद (गुजरात) तथा सबसे
कम सुधार करने वाला जिला अशिफाबाद (तेलंगाना) रहा।
ज्ञातव्य है कि जनवरी, 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘आकांक्षी जिलों के परिवर्तन’ के
कार्यक्रम का उद्देश्य देश के कुछ अविकसित जिलों को तेजी और प्रभावी ढंग से बदलना है।
इस कार्यक्रम के तहत 28 राज्यों में से 117 जिलों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार करना है।
प्रश्नोत्तर:
प्रश्न-29 जून, 2018 को नीति आयोग ने आकांक्षी जिलों की पहली डेल्टा रैंकिंग जारी की। इस रैंकिंग में किस जिले ने पहला स्थान प्राप्त किया?
(a) दाहोद
(b) आसिफाबाद
(c) बीजापुर
(d) मिर्जापुर
उत्तर-(a)
प्रगति) जारी की।
‘आंकाक्षी जिला कार्यक्रम’ के तहत जारी इस रैकिंग में 31 मार्च, 2018 और 31 मई, 2018 के बीच विभिन्न
जिलों द्वारा हासिल की गई वृद्धिपरक प्रगति को मापा गया है।
विभिन्न जिलों की रैंकिंग 49 महत्वपूर्ण प्रदर्शन संकेतकों के जरिए स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल
संसाधन, वित्तीय समावेश एवं कौशल विकास और मूलभूत बुनियादी ढांचे जैसे पैमानों पर पारदर्शी ढंग से की गई
है।
इन रैंकिंग्स को उस ‘चैंपियनशिप ऑफ चेंज डैशबोर्ड’ के जरिए सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध कराया गया है।
जिसमें जिला स्तर पर वास्तविक समय पर दर्ज कराए गए आंकडे शामिल हैं।
जिलों ने 1 अप्रैल, 2018 से चैंपियंस ऑफ चेंज डैशबोर्ड में डेटा दर्ज कराना शुरू किया और कुल 112 में से 108
जिलों ने इस रैंकिंग में भाग लिया।
शेष चार जिलों द्वारा भी डेटा प्रविष्टि भी प्रगति पर है, हालांकि वे इस रैंकिंग का हिस्सा नहीं हैं।
अधिकांशतः जिलों स्व-रिपोर्ट किए गए आंकड़ों के आधार पर आकांक्षी जिलों की अप्रैल और मई, 2018 के महीनों में बेहतर प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग जारी की गई है।
इस रैंकिंग में सार्वजनिक सुधार करने वाले जिलों (Most Improved Districts) में शीर्ष। जिले इस प्रकार हैं-
(i) दाहोद, गुजरात (19.8 अंक)
(ii) पश्चिमी सिक्किम, सिक्किम (18.9 अंक)
(iii) रामनाथापुरम, तमिलनाडु (17.7 अंक)
(iv) विजयनगरम, आंध्र प्रदेश (17.5 अंक)
(v) वाई.एस.आर, आंध्र प्रदेश (14.9 अंक)
(vi) बीजापुर, छत्तीसगढ़ (14.7 अंक)
(vii) वाशीम, महाराष्ट्र (13.8 अंक)
(viii) उधम सिंह नगर, उत्तराखंड (13.7 अंक)
(ix) कोरबा, छत्तीसगढ़ (13.6 अंक)
(x) विरुधुनगर (Virudhunagar), तमिलनाडु (13.1 अंक)
सबसे कम सुधार करने वाले (Least Improved Districts) 5 जिले इस प्रकार हैं-
(i) कुपवाड़ा, जम्मू-कश्मीर (0.5 अंक); (108 वां स्थान)
(ii) बेगुसराय, बिहार (0.8 अंक); (106वां स्थान)
(iii) रांची, झारखंड (1.2 अंक); (106 वां स्थान)
(iv) सिमडेगा, झारखंड (1.2 अंक); (105 वां स्थान)
(v) खगारिया, बिहार (1.4 अंक); (104 वां स्थान)
स्वास्थ्य एवं पोषण में सर्वाधिक सुधार करने वाला जिला रायचूर, कर्नाटक है। इसके पश्चात क्रमशः बीजापुर
(छत्तीसगढ़) और चित्रकूट (उ.प्र.) हैं।
स्वास्थ्य एवं पोषण में सबसे कम सुधार करने वाला जिला नबरंगपुर (उ.प्र.) है।
शिक्षा में सर्वाधिक सुधार करने वाले जिलों में विजयनगरम (आंध्र प्रदेश), दाहोद (गुजरात) और औरंगाबाद (बिहार) शामिल हैं।
जबकि शिक्षा में सबसे कम सुधार करने वाला जिला बलरामपुर (उ.प्र.) रहा।
कृषि में सर्वाधिक सुधार करने वाला जिला कालाहांडी तथा सबसे कम सुधार करने वाला जिला विरुधुनगर
(Virudhunagar) (तमिलनाडु) रहा।
वित्तीय समावेशन में सर्वाधिक सुधार करने वाला जिला नबारंगापुर (Nabarangapura) (ओडिशा) तथा सबसे कम
सुधार करने वाला जिला खूंटी (Khunti), झारखंड रहा।
कौशल विकास में सर्वाधिक सुधार करने वाला जिला उधम सिंह नगर तथा सबसे कम सुधार करने वाला जिला
कोरबा (छत्तीसगढ़) रहा।
मूलभूत बुनियादी ढांचा (Basic Infrastructure) में सर्वाधिक सुधार करने वाला जिला दाहोद (गुजरात) तथा सबसे
कम सुधार करने वाला जिला अशिफाबाद (तेलंगाना) रहा।
ज्ञातव्य है कि जनवरी, 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘आकांक्षी जिलों के परिवर्तन’ के
कार्यक्रम का उद्देश्य देश के कुछ अविकसित जिलों को तेजी और प्रभावी ढंग से बदलना है।
इस कार्यक्रम के तहत 28 राज्यों में से 117 जिलों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार करना है।
प्रश्नोत्तर:
प्रश्न-29 जून, 2018 को नीति आयोग ने आकांक्षी जिलों की पहली डेल्टा रैंकिंग जारी की। इस रैंकिंग में किस जिले ने पहला स्थान प्राप्त किया?
(a) दाहोद
(b) आसिफाबाद
(c) बीजापुर
(d) मिर्जापुर
उत्तर-(a)
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