GISAT-1 को जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (जीएसएलवी-एफ 10) द्वारा श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) के दूसरे लॉन्च पैड से लॉन्च किया जाएगा।
जीआईएसएटी -1 का प्रक्षेपण 05 मार्च, 2020 को भारतीय समयानुसार 17:43 बजे IST पर निर्धारित किया गया है।
GISAT-1:
जियो इमेजिंग सैटेलाइट "GISAT-1" एक फुर्तीला पृथ्वी अवलोकन उपग्रह है जिसे जीएसएलवी-एफ 10 द्वारा जियोसिंक्रोनस स्थानांतरण कक्षा में स्थापित किए योजना की बनाई गई है।
GISAT-1:
जियो इमेजिंग सैटेलाइट "GISAT-1" एक फुर्तीला पृथ्वी अवलोकन उपग्रह है जिसे जीएसएलवी-एफ 10 द्वारा जियोसिंक्रोनस स्थानांतरण कक्षा में स्थापित किए योजना की बनाई गई है।
लगभग 2275 किलोग्राम वजनी यह उपग्रह ऑनबोर्ड संचालक शक्ति प्रणाली की मदद से अंतिम भूस्थिर कक्षा में पहुंच जाएगा। जीएसएलवी की उड़ान 4 मीटर व्यास वाले ओगिव आकार का पेलोड ले जाएगी।
नोट: भूस्थिर कक्षा अथवा भूमध्य रेखीय भूस्थिर कक्षा पृथ्वी से 35786 किमी ऊँचाई पर स्थित उस कक्षा को कहा जाता है जहाँ पर यदि कोई उपग्रह है तो वह पृथ्वी से हमेशा एक ही स्थान पर दिखाई देगा।
इसरो के निदेशक: के. सिवन, मुख्यालय: बेंगलुरु; स्थापना: 1969.
नोट: भूस्थिर कक्षा अथवा भूमध्य रेखीय भूस्थिर कक्षा पृथ्वी से 35786 किमी ऊँचाई पर स्थित उस कक्षा को कहा जाता है जहाँ पर यदि कोई उपग्रह है तो वह पृथ्वी से हमेशा एक ही स्थान पर दिखाई देगा।
इसरो के निदेशक: के. सिवन, मुख्यालय: बेंगलुरु; स्थापना: 1969.
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